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Tum ab kuch pucha nhi karte

Wo jo kisi bhi rishte ka nya nya phase hota hai usme Kai batein bahut hi khoobsurat hoti hai ek dusre ko Janna ,pehchanna,manna or ek dusre k liye kuch bhi kar jana. Lekin in sabke beech hame Kai or cheezo par bhi dhyan dene ki j…

Hum dono k baare me kisi ko bataye kya

कुछ दिनों पहले ही तो मिले थे और तभी तो इजहार ए इश्क किया था  ऐसा लगता है कितना वक्त हुआ साथ रहते हुए पर अभी तक ये बात किसी को बताई ही नही.... ऐसी जैसी कई बातों को समेटे एक नई कविता सुनिए । © shivangi

कुछ बातें सबकी  (1)

हम अक्सर चाहते है की हम जिंदगी की सारी महत्वपूर्ण चीजे एक ही बार में और जिंदगी के एक ही पड़ाव में हासिल कर ले । लेकिन ऐसा कर पाना हर किसी के बस में नहीं होता । कई बार हमें उनमें से एक या दो चीजों को जाने देना पड़ता है। फिर यह…

महताब

दिन भर बीत जाए इस ऊहापोह में की ये क्यों नही मेरे संग  रात भर गुजर जाए इस मोह में की मैं ही क्यों खुद के संग मध्य का हर पहर गवाह इस राज का के कैसे हर शाम रहती मेरे रंग । सवेरे की रोशनी मन मोह लेती  बिखर के अपने ही ढंग। फिर भी क…

Barish ka mosam or chai

बारिश का मौसम और हाथों में वो चाय का प्याला वो तो इतना भारी नही पर मन में उबल रहा वो ख्यालों का अंबार नही जाता संभाला। नजरे उन टपकती हुई एक एक बूंद के साथ उन ख्यालों से कुछ पुराने से कुछ अजीज से किस्सों की एक फिल्म सी चला देती …

Priya sakhi (Dear friend)

प्रिय सखी                   तेरा होना मेरे संग क्या किसी फरिश्ते से कम है  अब अक्सर ही देखती हूं खुद को ऐसा जिसमे मेरी आंखें नम है । जिंदगी के हर पहलू मे मेरे संग रहेगी क्या ?  जो मै लड़खड़ाऊं किसी पल मे तो मुझको संभाल लेगी क्य…

Tumhare sath rhna acha lagta hai

Tumhare sath rhna acha lagta hai Tumse baat karna har pal ko sachha karta hai Tumhari ger mojudgi k ahsas se Han ye dil thoda...sa darta hai Milne ki nyi wajaho k liye ye Mann har halaton se larta hai. Tum rukkar jo mujhse do cha…

Wo jo humara har din banati hai

वो जो हमारा हर दिन बनाती है रात की कहानियों से हर खूबसूरत जगह घूमाती है वो होती है मां... जिनके इर्द गिर्द हमारी पूरी दुनिया समाती है। ऐसी कुछ lines हम किसी खास दिन तो खूब सुनाते है मगर हर रोज तो उनके बनाए हर खाने मे, कोई नुस्ख न…

Aaj bahut waqt baad

आज बहुत वक्त बाद  बीच अंधेरे की तादाद  सारे ख्यालों के बाद  मुझे आई तेरी वो याद। वो लम्हा था आंखों के सामने  जो लगा था उस पल को थामने एक चेहरा भी था पहचान मे पहर की रोशनियां लगी थी उसकी शान मे। कोई अज़ीज़ ही होगा वो जो ख्यालों की…

ये उन दिनों की बात है

मां की उपस्थिति और अनुपस्थिति का हमारे जीवन में क्या महत्व है इस बात को कुछ गहराई से सीखने का एक अनचाहा अवसर मिला । हां ... अनचाहा क्योंकि कौन ही इस एहसास को करीब से जानना चाहेगा।  इसकी शुरुआत तो उस वक्त से ही हो गई थी जब वो घर…